हरियाणा का पूरा चुनाव अलग- अलग दावों और वादों पर टिका रहा लेकिन चुनाव के आखिरी प्रचार के दौरान राहुल गांधी के जलेबी पर बयान के बाद तो जलेबी की ही चर्चा कल परिणाम वाले दिन तक चलती रही और कहा जाए तो बीजेपी की तीसरी बार लगातार जीत के बाद कांग्रेस के लिए हरियाणा का चुनाव जलेबी की तरह ही हो गया हालांकी परिणाम आने के बाद कांग्रेस की तरफ से जयराम रमेश और पवन खेड़ा ने साफ- साफ कहा कि उन्हें हरियाणा के परिणाम स्वीकार्य नहीं
कांग्रेस को हरियाणा से बहुत उम्मीद थी लेकिन परिणाम ने सारी खुशियों पर पानी फेर दिया
सुबह 10 बजे तक रुझानों में कांग्रेस को बहुमत से आगे निकल चुकी थी जिसे देखकर देशभर के कांग्रेस कार्यकर्ता जश्न मनाने लगे लेकिन जैसे ही वोटों की गिनती आगे बढ़ती गई बीजेपी आगे निकल गई और बहुमत के जादुई आंकड़े 45 सीट से आगे निकलकर जमकर बैठ गई और जीत की घोषणा कर दी
वहीं जम्मू कश्मीर की बात करें तो NC-कांग्रेस गठबंधन ने शुरुआती रुझानों में ही बढ़त बनाली थी जो लगातार बरकरार रही और जीत दर्ज की और साथ ही एनसी के अध्यक्ष फारुक अब्दुल्ला ने जीत का जश्न मनाते हुए अपने बेटे और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को सीएम नाम के तौर पर घोषित कर दिया. बीजेपी ने राजनीतिक विश्लेषकों के अनुमान के मुताबिक जम्मू क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन किया लेकिन इस चुनाव में पीडीपी का बुरा हाल हुआ और 29 सीटों से घटकर 3 सीटों पर जा टिकी वहीं NC-कांग्रेस गठबंधन 49 सीट्स पर लीड लिए हुए है