हरियाणा की हार के बाद राहुल ने ट्विटर पर पोस्ट किया कि हरियाणा की हार अप्रत्याशित है साथ ही राहुल ने कहा -कि जम्मू कश्मीर की जीत संविधान और लोकतंत्र की जीत है
पढ़िए राहुल ने क्या कहा
“जम्मू-कश्मीर के लोगों का तहे दिल से शुक्रिया – प्रदेश में INDIA की जीत संविधान की जीत है, लोकतांत्रिक स्वाभिमान की जीत है, हम हरियाणा के अप्रत्याशित नतीजे का विश्लेषण कर रहे हैं अनेक विधानसभा क्षेत्रों से आ रही शिकायतों से चुनाव आयोग को अवगत कराएंगे सभी हरियाणा वासियों को उनके समर्थन और हमारे बब्बर शेर कार्यकर्ताओं को उनके अथक परिश्रम के लिए दिल से धन्यवाद हक़ का, सामाजिक और आर्थिक न्याय का, सच्चाई का यह संघर्ष जारी रखेंगे, आपकी आवाज़ बुलंद करते रहेंगे
इस हार के बाद कांग्रेस के सहयोगी दलों ने कांग्रेस पर दबाव बनाना शुरु कर दिया है उद्धव ठाकरे की शिवसेना की तरफ से कांग्रेस को कहा गया कि अगर महाराष्ट्र में जीत हासिल करनी है तो चुनाव से पहले सीएम पद पर घोषणा करनी चाहिए ,और कांग्रेस जीत को हार में बदलना जानती है अगर महाराष्ट्र में अगर लड़ना है तो बता दें वहीं आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने भी कांग्रेस पर कहा -कि हमने तो हरियाणा चुनाव से पहले गठबंधन की बात कही थी लेकिन वे माने नहीं अगर समाजवादी पार्टी सहित अन्य दलों को कुछ सीटें दे दी जातीं तो जीत हो जाती और वैसे भी मुख्यमंत्री तो कांग्रेस का ही बनना था हमको तो वो कुछ समझते ही नहीं थे यहां तक की सब फाइनल होने के बाद फोन उठाना हीं बंद कर दिया
और जम्मू कश्मीर के होने वाले सीएम उमर अब्दुल्ला ने भी कांग्रेस को खरी खोटी सुनाई, उमर ने कहा जो लोग कपड़े तैयार करके राजभवन का रास्ता नाप रहे थे, वो बेचारे घर बैठे रहे और बीजेपी ने तीसरी बार सरकार बना ली, कांग्रेस को इस बारे में गहराई से जाकर सोचना चाहिए वहीं शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत ने कहा -कि कांग्रेस को लग रहा था कि वो अपने बलबूते पर जीतेंगे और उन्हें सत्ता में कोई भागीदार नहीं चाहिए था इंडिया गठबंधन नहीं बना पाया हरियाणा में…अगर सपा, आप और हमारी पार्टी को कुछ सीटें दे देते तो जीत निश्चित होती
हार के बाद राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष खरगे से मिलने पहुंचे, बताया जा रहा है कि राहुल खरगे के साथ हार की समीक्षा करेंगे.