Kele ke fayde : केला सबसे ज्यादा खाया जाने वाला फल है। केले को एनर्जी का पावर हाउस कहा जाता है केला खाने में स्वादिष्ट होने के साथ-साथ बहुत ही आसानी से पचने वाला फल है और इसे हर उम्र के लोग खा सकते हैं इसमें मिनरल्स विटामिंस फाइबर्स अधिक मात्रा में पाया जाता है
वैसे तो आम को फलों का राजा कहा जाता है लेकिन केला भी सेब से कम नहीं है केले में न्यूट्रिएंट्स की मात्रा अधिक पाई जाती है केले को रोजाना डाइट में शामिल करने से बहुत अधिक फायदे होते हैं जिससे हमारी बॉडी फिट एंड फाइन रहती है। केले को अंग्रेजी में ‘Banana’ कहते हैं और इसका साइंटिफिक नाम ‘मूसा पैरादीसियाका’ का है।
केला लगभग आपको सभी जगह मिल जाता है। केले की खेती ज्यादातर नमी वाले जगह पर होती है केले में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा भरपूर मात्रा में होती है केले में फाइबर की मात्रा होने से पाचन क्रिया भी स्वस्थ रहती है। केले का सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में किया जा सकता है।
केला खाने से कई बीमारियों से बचा जा सकता है। केले के बारे में बहुत सारी जानकारी जैसे केले के फायदे (kele ke fayde) केले के नुकसान और नेचुरल केले को पहचानने का तरीका सारी जानकारी आपको इस आर्टिकल में मिलेगी।
केले के फायदे (kele ke fayde)
केला खाने के फायदे अनेक हैं रोज केला खाने से सेहत अच्छी रहती है केले में विटामिन ए ,विटामिन बी, विटामिन b6 , थाईमिन ,पोटैशियम, मैग्निशियम, फोलिक एसिड नियासिन आदि जैसे तत्व पाए जाते हैं खून की कमी के मरीज को केले का सेवन जरूर करना चाहिए जिससे हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती है।
केले का सेवन करने से हड्डियां भी मजबूत रहती हैं केले के फायदे (kele ke fayde) के बारे नीचे बताया जा रहा है।
- केले का सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है।
- केले खाने से शरीर की एनर्जी बूस्ट रहती है।
- हड्डियां मजबूत रहती है।
- वजन घटाने में भी काफी फायदेमंद है।
- पेट के अल्सर के लिए भी केला अच्छा है।
- त्वचा के लिए केला लाभदायक है।
- केला खाने से दिल स्वस्थ और मजबूत रहता है।
- डायबिटीज रोगी भी केले का सेवन करें तो ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है।
केले को पकाने के लिए कई खतरनाक केमिकल्स का प्रयोग किया जाता है
- एथिलिन रिपेनर एक गैस है जो केले जल्दी पकाने के लिए प्रयोग की जाती है।
- सोडियम हाइड्रोक्साइड एक अल्कलाइन है जो केले को पकाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है इससे केले का स्वाद और रंग दोनों ही बदल जाता है।
- कैल्शियम कार्बाइड एक केमिकल कंपाउंड है जो केले को पकाने के लिए इस्तेमाल करते हैं इससे केले का रंग और स्वाद दोनों बदल जाता है।
केमिकल से पकने वाले केले दिखने में सामान्य लगते हैं परंतु उनकी ऊपरी सतह पर कार्बाइड और केमिकल जमा होने की वजह से पाचन तंत्र से जुड़ी कई समस्याओं का कारण बन सकता है
और अगर कोई व्यक्ति काफी समय तक केमिकल वाले केले का सेवन करते हैं उन्हें सांस और पेट से जुड़ी समस्या हो सकती है और सेहत से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती हैं।
केमिकल से पके केले खाने से कई समस्याएं हो सकती हैं जैसे
- हार्ट डिजीज की समस्या।
- कैंसर का खतरा भी हो सकता है।
- पाचन संबंधी समस्याएं भी हो सकती है।
- पेट से जुड़ी समस्या हो सकती है।
पेड़ से केले को काटने के बाद गर्मी के मौसम में 3 से 4 दिन का समय लगता है केले को पकाने में। केले को इस तरह पकाने में किसी भी केमिकल का प्रयोग नहीं किया जाता है बल्कि नेचुरल तरीके से ही पकाया जाता है केले को एक साथ फॉयल पेपर में लपेटकर रखते हैं। और इसके अलावा कच्चे केलों को पके केलों के साथ रख कर पकाया जाता है
कुछ लोग केलों को नेचुरल तरीके से पकने नहीं देते हैं बल्कि उससे पहले ही तोड़ लेते हैं और उन्हें पकाने के लिए केमिकल का प्रयोग करते हैं और केमिकल से पकने वाले केलों को पहचानने का तरीका नीचे बताया गया है।
नेचुरल तरीके से पके हुए केले की पहचान
नेचुरल तरीके से पक्के केले सभी जगह से पका हुआ दिखाई देता है इन केलों में हल्के भूरे और काले रंग के निशान होते हैं। नेचुरल तरीके से पके केले का छिलका दागदार और गहरा पीला दिखाई देता है। इन केलों का स्वाद मीठा होता है। और इन केलों का डंठल भी काला होता है
इस तरीके से पके हुए केले का छिलका सख्त और मोटा होता है और नेचुरल तरीके से पके केले कई दिनों तक खराब भी नहीं होते हैं।
केमिकल से पकने वाले केले की पहचान
कार्बाइड से पके केले का ऊपरी हिस्सा काले रंग का नहीं बल्कि हरे रंग का होता है इस तरीके से पके हुए केले का स्वाद फीका होता है। इन केले का छिलका पतला होता है। कार्बाइड से पके केले कहीं पर अधिक तो कहीं पर कम पका होता है। कार्बाइड से पकने वाले केले जल्दी खराब होते हैं और ये केले हल्के पीले रंग के और एकदम प्लेन होते हैं।
1 दिन में कितने केले खा लेना चाहिए
डाइटेटिक्स और न्यूट्रिशन के मुताबिक केला सेहत के लिए काफी अच्छा है लेकिन इसके अधिक सेवन करने से भी बचना चाहिए एक स्वस्थ व्यक्ति को 1 दिन में एक या दो केले का सेवन कर लेना चाहिए और जो लोग वर्कआउट करते हैं या जिम जाते हैं वह अपने ट्रेनर से बात करके इसकी मात्रा को बढ़ा सकते हैं।
ज्यादा केले खाने से वजन बढ़ सकता है क्योंकि इसमें शुगर और कार्बोहाइड्रेट दोनों होते हैं इसलिए केले को संतुलित मात्रा में सेवन करना ही सेहत के लिए अच्छा है।