Eating Disorder : खाने के शौकीन सभी लोगे होते हैं सभी को अलग-अलग खाना पसंद होता है स्वादिष्ट खाने को देखकर तो सभी के मुंह में पानी आ ही जाता है स्वादिष्ट खाना हर किसी को अच्छा लगता है लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि खाना भी डिसऑर्डर का रूप ले लेता है जिसे ईटिंग डिसऑर्डर कहते हैं
Eating Disorder
ईटिंग डिसऑर्डर यानि कि खाना खाने का सही पैमाना ना होना कभी-कभी खाना ज्यादा खा लेना या कभी कम खाना , तो कभी खाने से मन नहीं भरना और आप कभी खाना खाकर खुश नहीं होते , ईटिंग डिसऑर्डर एक मानसिक स्वास्थ्य समस्या है यह व्यक्ति की शारीरिक , भावनात्मक स्वास्थ्य को इफेक्ट करता है
डिसऑर्डर की समस्या किसी भी व्यक्ति, किसी भी ऐज ,किसी भी वजन के व्यक्ति को हो सकता है यह लोग अपने वजन को लेकर काफी चिंतित रहते हैं इसका कारण जेनेटिक हो सकता है ईटिंग डिसऑर्डर में ज्यादा खाना ही नहीं होता बल्कि इसमें बिल्कुल कम खाना या नहीं खाना ईटिंग डिसऑर्डर का कारण है
कारण
ईटिंग डिसऑर्डर का कारण जेनेटिक्स भी हो सकता है अगर आप आवश्यक रूप से परेशान भी रहते हैं या डिप्रेशन में है या बहुत ही चिंतित रहते हैं किसी भी सामाजिक दबाव के कारण आप परेशान है तो भी आपको ईटिंग डिसऑर्डर हो सकता है
लक्षण
ईटिंग डिसऑर्डर के कई प्रकार हो सकते है इसमें अलग-अलग लक्षण भी हो सकते हैं तो जो कॉमन लक्षण है जिनसे आप ईटिंग डिसऑर्डर का पता लगा सकते हैं, इसमें चक्कर आना, थकान होना, बालों का बहुत पतला और झड़ना ,अकेले खाना, सामाजिक एक्टिविटी से दूर रहना ,खाने को जरूर से ज्यादा चबाना ,खाने को छुपाना, उसे फेंक देना तो ये ऐसे कुछ लक्षण है
जिनसे आप पता लगा सकते हैं ईटिंग डिसऑर्डर के बारे में , लेकिन आप सिर्फ इन जैसे लक्षण से ईटिंग डिसऑर्डर का पता नहीं लगा सकते तो आप डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और उनसे कन्फर्म करें क्योंकि ईटिंग डिसऑर्डर के कई प्रकार होते हैं कई लक्षण होते हैं तो उनका सिर्फ इन्हीं लक्षणों से पता लगाना काफी नहीं है
Eating Disorder के प्रकार
ईटिंग डिसऑर्डर के कई प्रकार होते हैं एक ही व्यक्ति को कई प्रकार के डिसऑर्डर भी हो सकते हैं लेकिन कुछ कॉमन ईटिंग डिसऑर्डर है
Anorexia nervosa
इस डिसऑर्डर में व्यक्ति खाने को और कैलोरीज को बहुत कम कर देता है और साथ ही एक्सरसाइज करता हैं वह थोड़ा बहुत खाना खाता भी है तो उसके बाद जानबूझकर वॉमिटिंग भी करता हैं जिससे उनका सारा खाना बाहर निकल जाए इसे उनका वजन भी बहुत कम होने लगता है व्यक्ति को वजन के बढ़ने से भी बहुत डर लगता है
Bulimia Nervosa
इस डिसऑर्डर में बहुत ज्यादा खाना खाते हैं और बहुत ही कम समय में बहुत जल्दी बहुत ज्यादा खाना खा लेते है फिर उसको वॉमिटिंग द्वारा बाहर निकालते है इसमें खाने को छुपा कर भी रख सकते हैं फिर उसको खाते हैं
Binge Eating Disorder
इस डिसऑर्डर में बहुत कम समय में ज्यादा खाना खा लेते हैं और वह लोग डिसऑर्डर को मानते ही नहीं है कि उन्हें ईटिंग डिसऑर्डर है और यह बहुत कॉमन डिसऑर्डर है और इस डिसऑर्डर में भूख नहीं भी होना तभी बहुत ज्यादा खाना खाना और यह सब भावनात्मक तनाव में होता है और बहुत ज्यादा खाना खा लेने के बाद भी व्यक्ति डिप्रेशन में चला जाता है और असुविधाजनक भी महसूस करते हैं
Pica Eating Disorder
इस आर्डर में खाना नहीं बल्कि चौक, पत्थर साबुन ,बत्ती ,पेपर,बर्फ, पत्थर,सीमेंट , पुट्टी आदि यह सब खाते हैं और यह सिर्फ बच्चे ही नहीं बड़े भी खाते हैं और इन चीजों से बहुत ज्यादा हमारे स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है
ईटिंग डिसऑर्डर का अगर इलाज न कराया जाए तो इससे काफी बड़ी बीमारी भी हो सकती है जैसे दिल की धड़कन रुकना, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्या, लो ब्लड प्रेशर, कब्ज जैसी समस्या भी हो सकती है इनका समय पर इलाज करना भी जरूरी है तो ईटिंग डिसऑर्डर को चिकित्सक , मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर इसका निदान करते हैं चिकित्सक और मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर व्यक्ति के डिसऑर्डर के प्रकार को पहचानते हैं फिर उसका इलाज करते है एक स्वस्थ चार्ट बनाकर देते हैं
बचाव
इस ईटिंग डिसऑर्डर से बचने के लिए आप सबसे पहले हेल्दी डाइट और बैलेंस डाइट को अपने डेली रूटीन में शामिल करें और स्ट्रेस न लें ,ज्यादा चिंतित ना हो, एंजायटी होने पर जल्द से जल्द उसका इलाज करवाएं ईटिंग डिसऑर्डर से हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर बुरा असर होता है अगर ऐसी कोई समस्या है तो आप अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और इसका जल्द से जल्द इलाज कराएं