The Weather Changed : उत्तर प्रदेश में अप्रैल की शुरुआत से ही भीषण गर्मी ने लोगों को बेहाल कर दिया है। लखनऊ समेत कई शहरों में दिन का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है।
तेज धूप और गर्म हवाएं लोगों को लू की चपेट में ला रही हैं। इसी बीच मौसम(Weather) विभाग ने राज्य के कई हिस्सों में आने वाले 48 घंटों के दौरान आंधी-तूफान और हल्की बारिश की संभावना जताई है।
लखनऊ में गर्मी का कहर
लखनऊ में रविवार को अधिकतम तापमान 40 डिग्री तक पहुंच गया। वहीं, न्यूनतम तापमान 21 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। गर्म हवाएं 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलीं, जिससे दोपहिया वाहन चालकों और राहगीरों को खासा दिक्कत हुई। मौसम (Weather) विभाग का अनुमान है कि आने वाले दिनों में तापमान और बढ़ सकता है।
हवा की रफ्तार में गिरावट के चलते गर्मी का असर और तेज हो गया है। पहले जहां हवा 40 किमी/घंटे की रफ्तार से चल रही थी, अब यह घटकर 3 से 10 किमी/घंटे रह गई है। इससे गर्मी की तीव्रता में इजाफा हुआ है।
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हीट वेव और लू से सतर्क रहने की सलाह
स्वास्थ्य विभाग ने लू से बचाव के लिए एडवाइजरी जारी की है। लोगों को दिन के समय अधिक समय तक धूप में न रहने की सलाह दी गई है। खासतौर पर छोटे बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों को सावधानी बरतने को कहा गया है। शरीर में पानी की कमी से बचने के लिए ORS, फलों का रस, मठ्ठा और लस्सी पीने की सलाह दी गई है।
लू लगने के लक्षणों में तेज बुखार, चक्कर आना, मुंह सूखना, पसीना न आना, और बेहोशी जैसे संकेत शामिल हैं। ऐसे में तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करने की हिदायत दी गई है।
कई जिलों में बारिश-आंधी की चेतावनी
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। 8 और 9 अप्रैल को अयोध्या, गोंडा, बलरामपुर, गोरखपुर, वाराणसी, जौनपुर समेत 25 से ज्यादा जिलों में तेज़ हवाओं के साथ बारिश और बिजली गिरने की संभावना जताई गई है।
हालांकि, IMD ने यह भी स्पष्ट किया है कि इन आंधी-बारिश की घटनाओं के बावजूद न्यूनतम और अधिकतम तापमान में कोई बड़ी गिरावट नहीं होगी। यानी गर्मी से बहुत ज्यादा राहत की उम्मीद नहीं है।
किसानों के लिए चेतावनी
बारिश और आंधी से खेतों में खड़ी रबी और खरीफ की फसलों को नुकसान पहुंच सकता है। विशेषकर गेहूं और दालों की कटाई प्रभावित हो सकती है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे फसल को सुरक्षित स्थान पर रखें और आकाशीय बिजली से बचाव के उपाय करें।