UPI डाउन: अप्रैल में तीसरी बार ठप हुई डिजिटल भुगतान सेवा, Google Pay और PhonePe पर हजारों यूजर्स ने की शिकायत

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UPI down : भारत में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) एक बार फिर ठप हो गया है, जिससे लाखों यूजर्स को डिजिटल भुगतान में भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

शनिवार, 12 अप्रैल को सुबह से ही देशभर में Paytm, Google Pay और PhonePe जैसे प्रमुख ऐप्स पर लेन-देन फेल होने की शिकायतें आने लगीं। यह इस महीने की तीसरी बड़ी तकनीकी बाधा है, जिसने भारत की तेज़ी से बढ़ रही डिजिटल अर्थव्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

हजारों यूजर्स ने दर्ज की शिकायतें

Downdetector के अनुसार, दोपहर तक 1,200 से अधिक यूजर्स ने यूपीआई से जुड़ी समस्याओं की शिकायत की। इनमें से सबसे ज्यादा शिकायतें Google Pay (96) और Paytm (23) से संबंधित थीं।

कई यूजर्स ने सोशल मीडिया पर नाराज़गी जताई और बताया कि ट्रांजैक्शन लगातार फेल हो रहे हैं। कुछ यूजर्स ने लिखा, “डिजिटल ट्रांजैक्शन एकदम रुक गए हैं, न तो Paytm चल रहा है न ही Google Pay।”

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बार-बार की तकनीकी दिक्कतें

यह घटना बीते 20 दिनों में तीसरी बार हुई है जब UPI सर्विस इतनी बड़ी संख्या में प्रभावित हुई हो। इससे पहले 26 मार्च और 2 अप्रैल को भी इसी तरह की गड़बड़ियां सामने आई थीं। 26 मार्च को 3,000 से ज्यादा शिकायतें दर्ज हुई थीं, जबकि 2 अप्रैल को करीब 514 यूजर्स ने UPI फेल होने की जानकारी दी थी।

NPCI ने दी सफाई

UPI को संचालित करने वाली संस्था नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने शनिवार को बयान जारी कर कहा, “वर्तमान में बीच-बीच में तकनीकी समस्याएं आ रही हैं, जिससे आंशिक तौर पर UPI ट्रांजैक्शन फेल हो रहे हैं।

हम समाधान के लिए काम कर रहे हैं।” उन्होंने इसे ‘इंटरमिटेंट टेक्निकल इश्यू’ बताया।

डिजिटल भुगतान पर बढ़ता भरोसा, लेकिन…

मार्च 2025 में UPI ट्रांजैक्शन का कुल मूल्य 24.77 लाख करोड़ रुपये रहा, जो फरवरी की तुलना में 12.7% अधिक है। यह आंकड़े दिखाते हैं कि भारत में लोग किस हद तक डिजिटल भुगतान पर निर्भर हो चुके हैं।

लेकिन बार-बार की इस तरह की तकनीकी दिक्कतें आम उपभोक्ताओं और छोटे व्यापारियों की परेशानी बढ़ा रही हैं।

विकल्प क्या हैं?

तकनीकी समस्या के दौरान यूजर्स को NEFT, RTGS या IMPS जैसे वैकल्पिक विकल्प अपनाने की सलाह दी गई है। इसके अलावा, BHIM या संबंधित बैंक की मोबाइल ऐप्स को आज़माया जा सकता है। कैश या कार्ड पेमेंट को बैकअप के तौर पर रखना भी उपयोगी साबित हो सकता है।

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Priya Parmar

प्रिया परमार, WordWala.com की लेखिका, तीन साल के अनुभव के साथ टेक, हेल्थ, स्पोर्ट्स, सरकारी योजनाएं, करियर और ब्रेकिंग न्यूज़ की जानकारी देती हैं। प्रिया की कोशिश रहती है कि पाठकों को हर खबर सटीक और आसान भाषा में मिले, ताकि वे हर अपडेट से जुड़े रहें।

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