“बेहतर नींद से लेकर दिल की सेहत तक – क्यों ज़रूरी है आपके शरीर के लिए मैग्नीशियम
हम अक्सर अपने डाइट में आयरन, कैल्शियम या प्रोटीन पर ध्यान देते हैं, लेकिन मैग्नीशियम नाम का मिनरल अक्सर नज़रअंदाज़ कर देते हैं। हकीकत ये है कि मैग्नीशियम हमारे शरीर की सैकड़ों प्रक्रियाओं में काम आता है। अगर इसकी कमी हो जाए, तो नींद, दिल की सेहत, हड्डियाँ और मूड – सब प्रभावित होने लगते हैं।
1. बेहतर नींद (Better Sleep)
मैग्नीशियम दिमाग़ को शांत करने वाले GABA न्यूरोट्रांसमीटर को नियंत्रित करता है। इससे आपको गहरी और सुकून भरी नींद मिलती है। अगर आपको बार-बार बेचैनी या अनिद्रा की समस्या है, तो डाइट में मैग्नीशियम ज़रूर शामिल करें।
2. दिल की सेहत (Heart Health)
मैग्नीशियम ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखता है और दिल की मांसपेशियों को मज़बूत करता है। इससे दिल की धड़कन सामान्य रहती है और हार्ट डिज़ीज़ का ख़तरा कम होता है।
3. मांसपेशियाँ और नसें (Muscle & Nerves)
यह मिनरल मांसपेशियों को रिलैक्स करता है और नसों तक सही तरीके से सिग्नल पहुँचाता है। इसकी कमी से मसल क्रैम्प्स और झनझनाहट जैसी दिक़्क़तें हो सकती हैं।
4. हड्डियों की मज़बूती (Bone Health)
शरीर का लगभग 60% मैग्नीशियम हड्डियों में स्टोर होता है। यह कैल्शियम और विटामिन D के साथ मिलकर हड्डियों को मजबूत बनाता है और ऑस्टियोपोरोसिस से बचाता है।
5. मूड और मानसिक स्वास्थ्य (Mental Health)
मैग्नीशियम आपके मूड को स्थिर करता है और चिंता या डिप्रेशन को कम करने में मदद करता है।
मैग्नीशियम कहाँ से पाएँ?
-
केला (Banana) – एक मीडियम साइज केले में लगभग 32–37 mg मैग्नीशियम होता है।
-
हरी पत्तेदार सब्ज़ियाँ (पालक, मेथी)
-
बादाम, काजू, मूंगफली
-
कद्दू और सूरजमुखी के बीज
-
साबुत अनाज और दालें
अगर डाइट से पूरा ना हो पाए तो डॉक्टर की सलाह लेकर सप्लीमेंट भी ले सकते हैं।