Roshni Nadar became the third richest woman in India : एचसीएल टेक्नोलॉजीज के संस्थापक शिव नादर ने एक रणनीतिक कदम के तहत अपनी 47% हिस्सेदारी अपनी बेटी रोशनी नादर मल्होत्रा को उपहार में दे दी है। इस बदलाव के साथ, रोशनी नादर अब भारत की तीसरी सबसे अमीर व्यक्ति बन गई हैं।
कैसे बढ़ी Roshni Nadar की संपत्ति?
ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के मुताबिक, मुकेश अंबानी 88.1 बिलियन डॉलर की संपत्ति के साथ पहले स्थान पर हैं, जबकि गौतम अडानी 68.9 बिलियन डॉलर की नेटवर्थ के साथ दूसरे स्थान पर हैं। इस उत्तराधिकार योजना के बाद रोशनी नादर 35.9 बिलियन डॉलर की संपत्ति के साथ भारत की तीसरी सबसे अमीर व्यक्ति बन गई हैं।
6 मार्च, 2025 को शिव नादर ने अपनी 47% हिस्सेदारी रोशनी नादर को सौंप दी। इस बदलाव के साथ, अब रोशनी एचसीएल कॉर्पोरेशन और वामा सुंदरी इन्वेस्टमेंट्स की बहुलांश शेयरधारक बन गई हैं।
एचसीएल ग्रुप में रोशनी की नई भूमिका
रोशनी नादर अब एचसीएल टेक्नोलॉजी की सबसे बड़ी शेयरधारक बन गई हैं। वामा सुंदरी इन्वेस्टमेंट्स के पास एचसीएल टेक में 44.17% हिस्सेदारी है, जबकि एचसीएल कॉर्प की 0.17% हिस्सेदारी है। इससे उन्हें कंपनी के भविष्य के रणनीतिक फैसलों में मुख्य भूमिका निभाने का अवसर मिलेगा।
भारत के पूंजी बाजार नियामक सेबी ने इस ट्रांसफर को बिना किसी अतिरिक्त औपचारिकता के स्वीकृति दे दी, जिससे यह हस्तांतरण बेहद सुचारू रूप से हो सका।
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रोशनी नादर (Roshni Nadar) का शिक्षा और करियर
नई दिल्ली में जन्मीं रोशनी नादर (Roshni Nadar ) ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा वसंत वैली स्कूल से प्राप्त की और उसके बाद नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी से कम्युनिकेशन में ग्रेजुएशन किया। उन्होंने केलॉग स्कूल ऑफ मैनेजमेंट से एमबीए की डिग्री भी हासिल की।
साल 2020 में, जब उनके पिता शिव नादर ने एचसीएल टेक्नोलॉजीज के चेयरमैन पद से इस्तीफा दिया, तब उन्होंने इस जिम्मेदारी को संभाला।
कॉर्पोरेट वर्ल्ड से परे रोशनी नादर
रोशनी नादर मल्होत्रा न केवल एक सफल बिजनेस लीडर हैं बल्कि वे सामाजिक कार्यों में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती हैं। वे शिव नादर फाउंडेशन के तहत शिक्षा और समाज सेवा से जुड़े कई कार्यों में संलग्न हैं। इसके अलावा, वे द हैबिटैट्स ट्रस्ट के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण के लिए भी काम कर रही हैं।
शेयर बाजार पर असर
इस बदलाव के बाद एचसीएल टेक्नोलॉजीज के शेयरों में खासा उतार-चढ़ाव देखने को मिला। बीते एक साल में आईटी सेक्टर के शेयरों में गिरावट देखी गई है, और एचसीएल टेक का स्टॉक भी इस ट्रेंड को फॉलो कर रहा है। मार्च 2025 में अब तक यह 1.5% नीचे जा चुका है।
नए नेतृत्व में एचसीएल का भविष्य
इस ट्रांजिशन के साथ, एचसीएल टेक्नोलॉजीज एक नए युग में प्रवेश कर रही है। निवेशक और बाजार विशेषज्ञ इस बदलाव को सकारात्मक रूप में देख रहे हैं और यह अनुमान लगा रहे हैं कि रोशनी नादर की लीडरशिप में कंपनी और अधिक ऊंचाइयों तक पहुंचेगी।