Robert Vadra in Shikohpur land scam : गुरुग्राम के शिकोहपुर भूमि घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा को पूछताछ के लिए समन भेजा था। मंगलवार को वाड्रा पैदल ही दिल्ली स्थित ईडी कार्यालय पहुंचे और उन्होंने मीडिया से बातचीत में इसे “राजनीतिक प्रतिशोध” और “जासूसी” करार दिया।
क्या है पूरा मामला?
वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी ने फरवरी 2008 में ओंकारेश्वर प्रॉपर्टीज से गुरुग्राम के शिकोहपुर गांव में 3.5 एकड़ जमीन 7.5 करोड़ रुपए में खरीदी थी।
उसी साल तत्कालीन हरियाणा सरकार ने इस जमीन पर व्यवसायिक कॉलोनी बनाने का लाइसेंस दिया। इसके बाद स्काईलाइट ने यह जमीन रियल एस्टेट कंपनी DLF को 58 करोड़ में बेच दी, जिससे लगभग 50 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ।
ईडी की जांच की मुख्य बातें:
- ईडी को शक है कि यह सौदा मनी लॉन्ड्रिंग का हिस्सा हो सकता है।
- आरोप है कि DLF को लाभ पहुंचाने के लिए हरियाणा की तत्कालीन हुड्डा सरकार ने नियमों का उल्लंघन किया।
- IAS अधिकारी अशोक खेमका ने इस सौदे में अनियमितताएं पाकर म्यूटेशन रद्द कर दिया था।
- हरियाणा पुलिस ने 2018 में IPC की कई धाराओं के तहत वाड्रा, हुड्डा, DLF और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।
- जांच में सामने आया कि स्काईलाइट द्वारा जमीन की खरीद के लिए जारी चेक कभी बैंक में जमा नहीं हुआ।
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Robert Vadra का जवाब
ईडी ऑफिस जाते हुए वाड्रा ने कहा,
“जब भी मैं लोगों की आवाज़ बुलंद करता हूं, मुझे दबाने की कोशिश होती है। ये लोग एजेंसियों का दुरुपयोग कर रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा,
“मैंने हमेशा सभी सवालों के जवाब दिए हैं और आगे भी देता रहूंगा।”
उनके साथ मौजूद समर्थकों ने नारेबाजी करते हुए कहा – “जब-जब मोदी डरता है, ईडी को आगे करता है।”
भूमि सौदे से जुड़े अन्य खुलासे
एचटी की रिपोर्ट के अनुसार, वाड्रा और उनकी पत्नी प्रियंका गांधी ने 2005-2010 के बीच हरियाणा के अमीपुर गांव में भी जमीनें खरीदी थीं।
यह सौदे एनआरआई कारोबारी सीसी थम्पी और एजेंट एचएल पाहवा के जरिए किए गए थे। हालांकि वाड्रा को किसी चार्जशीट में आरोपी नहीं बनाया गया है, लेकिन उनकी भूमिका की जांच अब भी जारी है।
लंदन प्रॉपर्टी से भी जुड़ा है मामला
ईडी का दावा है कि लंदन स्थित 1.9 मिलियन पाउंड की संपत्ति “12 एलोरटन हाउस” की खरीद में भी वाड्रा की भूमिका रही है, जो भगोड़े कारोबारी संजय भंडारी के जरिए खरीदी गई थी। एजेंसी का आरोप है कि संपत्ति का जीर्णोद्धार भी वाड्रा के निर्देश पर हुआ।