New Course : बच्चों को खिलौने दिख जाए तो खरीद कर दिलाने ही पड़ते हैं तो क्यों ना खिलौने बनाने में ही नौकरी के अवसर देखे जाएं ? एक आंकड़े के मुताबिक 2027 तक 3 बिलियन तक Toy कारोबार पूरी दुनिया में बढ़ने वाला है तो आज इस आर्टिकल में आप जानेंगे कि खिलौने बनाने के क्षेत्र में आप किस तरीके से अपना कैरियर बना सकते हैं ?देश में पारंपरिक और आधुनिक खिलौने की मांग लगातार बढ़ रही है और Toy designing आपके लिए एक बेहतर करियर ऑप्शन बन सकता है ये एक ऐसा क्षेत्र है जो न सिर्फ बच्चों के लिए बल्कि बड़ों के लिए भी मनोरंजन का एक जरिया है आप देखते होंगे चाहे बच्चे हो या जवान हर किसी को Toys पसंद आते हैं जिसमें खास तौर पर Teddy Bears तो इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि मनोरंजन के साधन के तौर पर Toysसिर्फ बच्चों के लिए ही नहीं बल्कि हर उम्र के लोगों के लिए होते हैं .
आखिर Toys Designing क्या है ?
Toys सिर्फ खेलने के लिए ही नहीं बल्कि पढ़ने के भी काम आते हैं जैसे कि छोटे बच्चों को खेल खेल में हम उनको पढ़ाना चाहते हैं तो उनके लिए Toys एक बेहतर ऑप्शन होते हैं तो आप समझ ही गए होंगे कि टॉय डिजाइनिंग एक बहुत बारीक और विशेष काम है इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लेकर AR, 3D प्रिंटिंग जैसी तकनीकों का उपयोग होता है जिससे कि बच्चों की रुचि के हिसाब से उनके मानसिक और शारीरिक विकास की जरूरत को पूरा किया जा सके और बहुत खूबसूरत खिलौना भी बन सके |
New Course of Toy Designing
टॉय डिजाइनिंग में पढ़ाई के भी काफी अवसर हैं आप टॉय डिजाइनिंग में डिप्लोमा या डिग्री कोर्स कर सकते हैं जिसके माध्यम से आपको उभरते इस क्षेत्र में नौकरी बड़ी ही आसानी से मिल सकती है देश भर के तमाम इंस्टिट्यूट टॉय डिजाइनिंग में डिप्लोमा से लेकर Masters तक करवाते हैं तो आईए जानते हैं कौन से हैं वह कोर्सेज जो आपको दे सकते हैं एक भीड़ से दूर वाली एक नौकरी
Diploma in toy designing – यह एक प्रारंभिक स्तर का कोर्स होता है जो टॉय डिजाइनिंग के बेसिक को कवर करता है इसमें आप टॉय डिजाइनिंग के बारे में आसानी से समझ सकते हैं और एक अच्छी नौकरी पा सकते हैं
BA BSc in product’s Designing New Course
3 साल के इस कोर्स में छात्रों को खिलौने की डिजाइन ,उसकी निर्माण की तकनीक , उसको कैसे बनाया जाता है ? किस तरीके से उसके कलर कॉन्बिनेशन को ध्यान में रखते हुए बच्चों के हिसाब से खिलौने बनाए जाते हैं . ये सारी चीजें इन कोर्सेस के अंतर्गत सिखाई जाती हैं .
MA in Toy Designing-
शिक्षण संस्थानों के द्वारा एडवांस्ड नॉलेज के लिए पीजी कोर्सेज तैयार किए गए हैं . देश भर के तमाम इंस्टीट्यूट इन कोर्सेज को करवाते हैं जिसमें स्टूडेंट को खिलौने बनाने की बारीक से बारीक तकनीक सिखाई जाती है |
खिलौने का खूब फलता फूलता कारोबार –
लगातार देश में Toys की डिमांड्स बढ़ रही है और दुनिया भर के बड़े-बड़े टॉय ब्रांड भारत में आ रहे हैं और आप जानते ही होंगे कि भारत मैन्युफैक्चरिंग हब बनने की दिशा में लगातार तेजी से बढ़ रहा है और देश की सरकार भी लगातार रोजगार वृद्धि के लिए दुनिया भर के तमाम ब्रांड को भारत में बुला रही है. मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री में टॉय इंडस्ट्री को किस तरीके से बढ़ाया जाए इसको लेकर भारत सरकार भी काफी चिंतित है और इसमें बहुत सारी स्कीम्स समय पर आ रही हैं |
देश के प्रमुख इंस्टीट्यूट
नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ डिजाइन अहमदाबाद – गुजरात के अहमदाबाद का NIT देश का प्रमुख डिजाइनिंग इंस्टिट्यूट है जो टॉयज एंड गेम डिजाइनिंग के प्रोग्राम्स करवाता है . आप इसकी जानकारी NIT की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर ले सकते हैं
IIT Gandhinagar
गांधीनगर का यह डिजाइनिंग संस्थान हाई एजुकेशन क्वालीफिकेशन प्रदान करता है और नई टेक्नोलॉजी के साथ Toy Making में ट्रेंड करता है |NIFT National fashion technology institute भारत का निफ्ट संस्थान खिलौने बनाने के स्पेशल कोर्सेज करता है जिसके माध्यम से आप बेहतर कैरियर बना सकते हैं
देश में और बहुत से संस्थान है जो खिलौने बनाने की बहुत सारे कोशिश उपलब्ध करवाते हैं इन कोर्सेस के माध्यम से आप बेसिक से लेकर विशेषज्ञता हासिल कर सकते हैं
खिलौना कारोबार में है पीएम मोदी की रुचि
Local for Vocal- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के खिलौना उद्योग को बढ़ाने के लिए कई मंचों से बोला है और लोकल फॉर वोकल के माध्यम से खिलौना उद्योग को भी जोड़ा गया है. भारत में लगातार नए इनोवेशन(Innovation) और नई टेक्नोलॉजी के माध्यम से बच्चों के मानसिक विकास के लिए और उनके मनोरंजन के हिसाब से खिलौने बनाए जा रहे हैं पारंपरिक खिलौनों से अब तकनीक आधारित खिलौने तक भारत में तमाम उद्योग स्थापित हो रहे हैं और लगातार इसमें करियर की संभावना है और आगे भी बढ़ती जा रही हैं जिसको देखते हुए अब तमाम युवा इन कोर्सेस की तरफ आगे आ रहे हैं
टॉय इंडस्ट्री में करियर की संभावना
खिलौने सिर्फ खेल के लिए नहीं होते बल्कि दिमाग की शांति और विकास के लिए भी बनाए जाते हैं जैसे की स्कूल में बच्चों को खेल-खेल में विज्ञान की बड़ी-बड़ी बातें सीखाना या खेल के माध्यम से भाषा का ज्ञान कराना इन सभी के हिसाब से खिलौने दुनिया भर में बनाए जाते हैं तो आप समझ ही गए होंगे की खिलौने बेहद आवश्यक है और इनसे जुड़े हुए उद्योग लगातार तरक्की भी कर रहे हैं .
Educational Toys –
विज्ञान हो math हो या भाषा हो बच्चों को सिखाने के लिए खिलौने की मदद ली जा सकती है और बच्चे खेल-खेल में बहुत कुछ सीख जाते हैं तो ऐसे ही खिलौने को एजुकेशनल टॉयज कहा जाता है जिनकी बाजार में लगातार डिमांड बढ़ रही है
Musical toys-
कहा जाता है कि दिमाग को शांत और तीव्र बनाने के लिए संगीत एक बेहतर विकल्प होता है तो आज की तमाम पेरेंट्स अपने बच्चों को एक अलग स्किल सीखने के लिए उनका संगीत की ओर लेकर जाते हैं और बहुत से बच्चे म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट को पसंद भी करते हैं तो उन बच्चों को म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट के माध्यम से किस तरीके से म्यूजिक से जोड़ा जाए इसको लेकर इंडस्ट्रीज नए-नए इन्नोवेशंस के माध्यम से Musical Toysबना रही है |
Puzzle toys –
पहेलियां किसको नहीं पसंद क्योंकि यह आपके दिमाग को चौतरफा दौड़ाना होता हैं। और ऐसे खेलों को बच्चे बहुत पसंद करते हैं और अपने पेरेंट्स के साथ बैठकर इनको खेलते भी हैं |
Educational Computer Games –
बच्चों को जनरल नॉलेज सीखनी हो या साइंस के टिपिकल कॉन्सेप्ट्स इनको सरलता से सीखने के लिए बनाए जाते हैं एजुकेशनल कंप्यूटर गेम्स और इन गेम्स को बच्चे खेल कर कठिन से कठिन कांसेप्ट को बड़ी ही आसानी से सीख जाते हैं