Jaat Review : सनी देओल की फिल्म ‘जाट’ ने सिनेमाघरों में एक बार फिर पुराने ज़माने के देसी एक्शन सिनेमा की यादें ताज़ा कर दी हैं। 10 अप्रैल को रिलीज हुई इस फिल्म ने न सिर्फ़ दर्शकों के दिलों में जगह बनाई बल्कि बॉक्स ऑफिस पर भी ज़ोरदार शुरुआत की।
कहानी में है श्रीलंका के जंगलों से उठती आग
फिल्म की शुरुआत होती है 2009 के श्रीलंका के गृहयुद्ध से, जहां रणदीप हुड्डा का किरदार ‘राणातुंगा’ सोने की तस्करी के जरिए भारत में क्राइम साम्राज्य खड़ा करता है। उसका भाई ‘सोमुलु’ (विनीत कुमार सिंह) उसके साथ मिलकर ईस्ट कोस्ट में आतंक का खेल खेलता है।
वहीं दूसरी ओर, एक शांत लेकिन भीतर से आग उगलता किरदार है ब्रिगेडियर बलदेव प्रताप सिंह (सनी देओल), जो रामायण के राम की तरह सहनशील लेकिन निर्णायक है।
यह भी पढ़ें : UPI डाउन: अप्रैल में तीसरी बार ठप हुई डिजिटल भुगतान सेवा, Google Pay और PhonePe पर हजारों यूजर्स ने की शिकायत
सनी देओल की स्क्रीन पर गूंजती वापसी
सनी देओल की पहली एंट्री ही इडली खाते हुए होती है, लेकिन जब गुंडे टकराते हैं, तो वह गुस्से और न्याय की आग से भरकर पूरे शहर को हिला देते हैं। उनकी डायलॉग डिलीवरी और पावरफुल एक्शन दर्शकों को सीटियां बजाने पर मजबूर कर देते हैं।
एक्टिंग, एक्शन और भावनाओं का फुल डोज
- रणदीप हुड्डा ने विलेन के रूप में शानदार काम किया है।
- विनीत कुमार सिंह, सैयामी खेर और रेजिना कैसेंड्रा की एक्टिंग भी काफ़ी प्रभावशाली रही।
- फिल्म में पॉलिटिक्स, क्राइम और इमोशंस का शानदार बैलेंस देखने को मिलता है।
बॉक्स ऑफिस पर ताबड़तोड़ कमाई
- पहला दिन: ₹9.5 करोड़
- दूसरा दिन: ₹7 करोड़
- दो दिन का टोटल: ₹16.5 करोड़ (घरेलू स्तर पर)
- वर्ल्डवाइड कलेक्शन: ₹13 करोड़ (पहले दिन)
सिंगल स्क्रीन थिएटर्स में खासकर जबरदस्त फुटफॉल देखने को मिला। ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श के अनुसार, कम अग्रिम बुकिंग के बावजूद ‘Jaat’ ने शानदार प्रदर्शन किया।
हेमा मालिनी और ईशा देओल की प्रतिक्रिया
हेमा मालिनी ने कहा, “धरम जी बहुत खुश हैं। फिल्म बहुत अच्छी है और लोगों को पसंद आ रही है।” वहीं ईशा देओल ने इसे सनी देओल की मेहनत और फैंस के प्यार का नतीजा बताया।
फिल्म ‘जाट’(Jaat) ने यह साबित कर दिया है कि दमदार डायलॉग्स, देसी एक्शन और साफ इमोशन से भरी कहानियां आज भी दर्शकों के दिल को छू सकती हैं। यह फिल्म न सिर्फ सनी देओल के फैंस के लिए एक ट्रीट है, बल्कि उन सभी के लिए भी जो बड़े पर्दे के असली एंटरटेनमेंट को मिस कर रहे थे।