दीवाली के बाद की जहरीली हवा से बचो! इन हिल स्टेशनों में मिलेगी सच्ची राहत 🌲

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दिल्ली-गुरुग्राम की जहरीली हवा से राहत: इन 7 हिल स्टेशनों पर मिलेगी ताज़ी हवा 

दीवाली के बाद दिल्ली और गुरुग्राम में हर साल एक ही कहानी दोहराई जाती है —
स्मॉग, खराब AQI और घुटनभरी हवा। इस बार भी हालत कुछ अलग नहीं हैं।
अगर आप भी इस जहरीली हवा से थक चुके हैं और बस एक सांस ताज़ी हवा में लेना चाहते हैं,
तो क्यों न निकल चलें उन हिल स्टेशनों की तरफ जहाँ न स्मॉग है, न हॉर्न — सिर्फ सुकून है।


 1. फागू, हिमाचल प्रदेश

अगर शिमला की भीड़ आपको परेशान करती है, तो फागू जाएं।
यह छोटा-सा टाउन सेब के बागों, ठंडी हवा और बर्फ से ढकी पहाड़ियों के लिए जाना जाता है।
यहाँ होमस्टे में रहकर असली हिमाचली थाली का स्वाद लेना न भूलें।


 2. कोडाईकनाल, तमिलनाडु

“हिल स्टेशनों की राजकुमारी” कहा जाने वाला कोडाईकनाल, साउथ इंडिया की सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है।
यहाँ की झीलें, झरने और सुबह की धुंध दिल को सुकून देती है।
थोड़ी भीड़ ज़रूर होती है, लेकिन यहाँ की हवा और नज़ारे सब थकान मिटा देते हैं।


3. चोपता, उत्तराखंड

‘मिनी स्विट्ज़रलैंड’ कहलाने वाला चोपता, साफ हवा और हरियाली के लिए मशहूर है।
यहाँ से तुंगनाथ और चंद्रशिला की ट्रेकिंग आपको एक अलग ही अनुभव देती है।
सर्दियों में यहाँ की बर्फ जन्नत जैसी लगती है।


 4. स्पीति वैली, हिमाचल प्रदेश

स्पीति वैली भारत की सबसे साफ और ऊँचाई पर बसे इलाकों में से एक है।
यहाँ की हवा बिल्कुल शुद्ध है और रात को तारों भरा आसमान देखने का अनुभव अविस्मरणीय होता है।
अगर आपको एडवेंचर पसंद है तो यह जगह आपके लिए परफेक्ट है।


 5. पैंगॉन्ग त्सो लेक, लद्दाख

लद्दाख की यह झील दुनियाभर में अपनी नीली झिलमिलाहट के लिए मशहूर है।
3,000 मीटर की ऊँचाई पर बसे इस इलाके में हवा इतनी साफ है कि आसमान छूने जैसा अहसास होता है।
अगर समय मिले तो हैंले के इंडियन एस्ट्रोनॉमिकल ऑब्ज़र्वेटरी भी ज़रूर जाएँ।


 6. कौसानी, उत्तराखंड

महात्मा गांधी ने इसे “भारत का स्विट्ज़रलैंड” कहा था —
और सच में, यहाँ से नंदा देवी और त्रिशूल पर्वत के दृश्य दिल जीत लेते हैं।
शाम के वक्त आकाश जब नारंगी रंग में रंग जाता है, तो बस वहीं रुक जाने का मन करता है।


 7. कूर्ग, कर्नाटक

“भारत का स्कॉटलैंड” कहलाने वाला कूर्ग कॉफी की खुशबू, झरनों की आवाज़ और हरे-भरे जंगलों से भरा है।
यहाँ की फिल्टर कॉफी और सुबह की धुंध — दोनों ही आपको शहर की थकान भुला देंगे।


 अब देर किस बात की?

अगर दिल्ली-गुरुग्राम की हवा ने आपको बीमार महसूस करवाना शुरू कर दिया है,
तो ये हिल स्टेशन सिर्फ एक ट्रिप नहीं — एक थैरेपी हैं।
यहाँ की हवा आपके फेफड़ों को भी राहत देगी और मन को भी शांति।

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Priya Parmar

प्रिया परमार, WordWala.com की लेखिका, तीन साल के अनुभव के साथ टेक, हेल्थ, स्पोर्ट्स, सरकारी योजनाएं, करियर और ब्रेकिंग न्यूज़ की जानकारी देती हैं। प्रिया की कोशिश रहती है कि पाठकों को हर खबर सटीक और आसान भाषा में मिले, ताकि वे हर अपडेट से जुड़े रहें।

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