कमर दर्द आजकल हर दूसरे इंसान की समस्या बन चुका है। कई बार दवा लेने, आराम करने या एक्सरसाइज़ करने के बावजूद दर्द पूरी तरह से ठीक नहीं होता। असल में, इसका कारण सिर्फ़ रीढ़ की हड्डी या डिस्क ही नहीं होती, बल्कि हमारी रोज़मर्रा की कुछ गलत आदतें भी होती हैं, जो ठीक होने की प्रक्रिया को धीमा कर देती हैं।
हाल ही में ऑर्थोपेडिक डॉक्टरों ने बताया कि डाइट और लाइफस्टाइल की गलतियां कमर दर्द को और बढ़ा सकती हैं। आइए जानते हैं वो 4 आदतें, जिन्हें बदलना बेहद ज़रूरी है।
1. ज़्यादा शक्कर और प्रोसेस्ड फूड
अगर आप चाय-कॉफी में ढेर सारी शक्कर डालते हैं, जंक फूड, फ्राइड चीज़ें या पैकेट वाले स्नैक्स खाते हैं, तो यह शरीर में इंफ्लेमेशन (सूजन) बढ़ाता है। यही सूजन आपकी डिस्क और कमर के दर्द को और बिगाड़ देती है। रिसर्च भी मानती है कि शुगर और प्रोसेस्ड फूड्स दर्द को लंबे समय तक बनाए रखते हैं।
छोटी-सी सलाह: मीठी चीज़ों को धीरे-धीरे कम करें और ताज़ा फल-सब्ज़ियां खाएँ।
2. प्रोटीन की कमी
हमारा शरीर टूटी-फूटी मांसपेशियों और डिस्क की मरम्मत प्रोटीन से करता है। अगर आपकी डाइट में प्रोटीन कम है तो शरीर को रिकवरी में दिक़्क़त आती है। नतीजा, कमर दर्द जल्दी ठीक नहीं होता।
उपाय: अपनी डाइट में दाल, पनीर, दूध, अंडा, सोया या चना ज़रूर शामिल करें।
3. ज़्यादा आराम करना
पहले जमाने में लोग कहते थे कि कमर दर्द हो तो बिस्तर पकड़ लो। लेकिन असल में बहुत ज़्यादा बेड रेस्ट करने से मांसपेशियाँ कमज़ोर हो जाती हैं और डिस्क तक पोषण पहुँच ही नहीं पाता। इससे दर्द और बढ़ सकता है।
सही तरीका: हल्की वॉक, स्ट्रेचिंग और योगासन को शामिल करें। जितना हो सके चलें-फिरें, लेकिन ओवरलोडिंग से बचें।
4. तली-भुनी और पैकेज्ड चीज़ें
ये फूड्स शरीर में टॉक्सिन्स (हानिकारक तत्व) बढ़ाते हैं, जो इंफ्लेमेशन को और तेज़ करते हैं। खासतौर पर अगर आप लंबे समय से डिस्क या स्लिप डिस्क की परेशानी से जूझ रहे हैं, तो ऐसी चीज़ें बिल्कुल न खाएँ।
क्या करें दर्द से राहत पाने के लिए?
-
रोज़ाना हल्की-फुल्की एक्सरसाइज़ और योगासन करें।
-
सीधी मुद्रा (posture) में बैठने और खड़े होने की आदत डालें।
-
फिजियोथेरेपी या मालिश से राहत मिल सकती है।
-
शक्कर और तैलीय खाने को कम करके प्रोटीन और विटामिन D से भरपूर डाइट लें।
-
नींबू पानी, फल और हरी सब्ज़ियां डिटॉक्स में मदद करती हैं और शरीर की सूजन कम करती हैं।
Note (Disclaimer)
यह लेख सार्वजनिक जानकारी और विशेषज्ञों के विचारों पर आधारित है। किसी भी नई आदत या घरेलू नुस्ख़ा अपनाने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर या विशेषज्ञ से सलाह लें।