नाश्ता छोड़ना क्यों खतरनाक है? डायबिटोलॉजिस्ट बताते हैं असली वजह
सुबह की भागदौड़ में नाश्ता छोड़ देना बहुत लोगों के लिए आम बात बन चुका है। कई लोग सोचते हैं कि नाश्ता न करने से वजन कम होगा, या समय बचेगा। लेकिन डायबेटोलॉजिस्ट का कहना है कि यह आदत आपके ब्लड शुगर, ऊर्जा और मूड — तीनों को प्रभावित कर सकती है।
थाने के KIMS हॉस्पिटल के डायबेटोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. विजय नेगलुर बताते हैं कि रात की 8–10 घंटे की फास्टिंग के बाद सुबह का नाश्ता शरीर की ज़रूरत होता है। जैसे ही आप नाश्ता छोड़ते हैं, शरीर तुरंत स्ट्रेस हार्मोन—जैसे कॉर्टिसोल—रिलीज़ करता है ताकि आपको थोड़ी ऊर्जा मिल सके। लेकिन इससे लीवर अतिरिक्त ग्लूकोज़ ब्लड में छोड़ देता है और शुगर लेवल अचानक बढ़ जाता है।
इसका असर दिनभर दिखता है—
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तेज़ भूख लगना
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कार्ब्स और मीठे की क्रेविंग
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दोपहर में ओवरईटिंग
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और पूरे दिन अस्थिर ब्लड शुगर
समय के साथ यह पैटर्न इंसुलिन की कार्यक्षमता पर भी असर डालता है।
क्या सिर्फ लंच से दिन शुरू करना ठीक है?
डॉक्टरों के मुताबिक नहीं।
क्योंकि दोपहर तक भूख बहुत बढ़ जाती है और ज्यादातर लोग आसान, जल्दी बनने वाली चीज़ें खाते हैं—बिस्किट, ब्रेड, नमकीन, चावल आदि। ये सब ब्लड शुगर को और तेज़ी से बढ़ा देते हैं। इसके अलावा, नाश्ता छोड़ने वाले लोग अक्सर देर रात स्नैकिंग करते हैं, जो ग्लूकोज़ कंट्रोल को और बिगाड़ता है।
तो सुबह क्या खाएँ?
नाश्ता भारी नहीं, संतुलित होना चाहिए—
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प्रोटीन
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फाइबर
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हेल्दी फैट
बेहतरीन विकल्प:
अंडे और सब्ज़ियाँ, योगर्ट और नट्स, मल्टीग्रेन रोटी-पनीर, फल + बादाम, बेसन चीला, मूंग दाल चीला, या ओट्स। ये ऊर्जा को धीरे-धीरे रिलीज़ करते हैं और क्रेविंग को रोकते हैं।
ब्रेकफास्ट आपके मूड और फोकस को भी ठीक करता है
दिमाग ग्लूकोज़ पर चलता है। जब सुबह स्थिर ऊर्जा मिलती है, तो
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फोकस बेहतर होता है
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मूड स्थिर रहता है
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चाय-कॉफी की ज़रूरत कम पड़ती है
अगर सुबह समय नहीं मिलता तो?
यहां भी आसान विकल्प हैं—
केला + नट्स, पीनट बटर सैंडविच, दूध + चिया सीड्स, या झटपट स्मूदी।
नाश्ता छोड़ना छोटा फैसला लगता है, लेकिन शरीर के लिए बड़ा झटका है।
आपका दिन कैसे बीतेगा, यह काफी हद तक आपके पहले खाने पर निर्भर करता है। थोड़ी-सी सोच समझकर की गई शुरुआत आपके ब्लड शुगर, ऊर्जा और मूड—तीनों को संतुलित कर सकती है।







