डैंड्रफ यानी रूसी – एक ऐसी परेशानी जो लगभग हर किसी को कभी न कभी होती ही है। सिर में खुजली, सफेद परतें और लगातार झड़ते हुए फ्लेक्स न सिर्फ बालों को बेजान बना देते हैं बल्कि आत्मविश्वास भी कम कर देते हैं।
लेकिन सबसे बड़ी समस्या यह है कि डैंड्रफ के बारे में बहुत सी गलतफहमियाँ (myths) हैं जिन्हें लोग अब भी सच मानते हैं। आइए जानते हैं ऐसे 5 मिथक जिनसे अब आपको दूरी बना लेनी चाहिए।
मिथक 1: डैंड्रफ तब होता है जब बाल ठीक से नहीं धोए जाते
सच ये है कि डैंड्रफ का संबंध आपके हफ्ते में कितनी बार बाल धोते हैं, इससे नहीं है। कुछ लोग रोज़ बाल धोते हैं फिर भी उन्हें डैंड्रफ रहता है। असल कारण होता है स्कैल्प में मौजूद फंगल ग्रोथ और तेल का असंतुलन, जो खुजली और फ्लेक्स को बढ़ाते हैं।
मिथक 2: सूखी स्कैल्प से डैंड्रफ होता है
कई लोग मानते हैं कि सिर की सूखापन ही रूसी का कारण है, जबकि सच इसका उल्टा है। ज़्यादा ऑयल बनने से फंगस पनपता है और वही डैंड्रफ का असली कारण बनता है। इसलिए न ज़रूरत से ज़्यादा ऑयल लगाना चाहिए, न ही स्कैल्प को पूरी तरह सूखा छोड़ना।
मिथक 3: डैंड्रफ सिर्फ गंदे या ऑयली बालों में होता है
यह पूरी तरह गलत है। डैंड्रफ एक स्किन कंडीशन है, जो तनाव, मौसम, या फंगल असंतुलन के कारण भी हो सकती है। चाहे बाल सूखे हों या ऑयली – कोई भी इससे प्रभावित हो सकता है।
मिथक 4: डैंड्रफ संक्रामक (contagious) होता है
नहीं! डैंड्रफ किसी से फैलता नहीं। यह कोई जर्म या लाइस नहीं है जो एक सिर से दूसरे सिर तक पहुँचे। यह आपके अपने स्कैल्प की रासायनिक असंतुलन की वजह से होता है।
मिथक 5: खराब डाइट से डैंड्रफ होता है
हालाँकि पोषक तत्वों की कमी (जैसे Zinc, Vitamin B और Omega-3) डैंड्रफ को बढ़ा सकती है, लेकिन इसका सीधा कारण डाइट नहीं है। हेल्दी खाना स्कैल्प को मज़बूत बनाता है, पर रूसी को पूरी तरह खत्म नहीं कर सकता।
याद रखें: डैंड्रफ कोई शर्म की बात नहीं है और इसे सही हेयर केयर व संतुलित जीवनशैली से कंट्रोल किया जा सकता है। ज़रूरत है तो सिर्फ सच जानने की, मिथकों से नहीं डरने की।







