गोविंदा और सुनीता की अनकही कहानी: अफेयर, गुप्त शादी और अस्पताल का सच
बॉलीवुड के लोकप्रिय स्टार गोविंदा और सुनीता आहूजा की प्रेम-कहानी एक फिल्मी पटकथा से कम नहीं रही — किशोरी उम्र का प्यारा प्यार, छुपाई गई शादी, अफवाहों का तूफान और अब अस्पताल में भर्ती की घटना।
उनका सफर 80 के दशक में शुरू हुआ, जब गोविंदा संघर्ष कर रहे थे और सुनीता उनके मामा-मामी के घर आती-जाती थीं। शुरू में उनके बीच मुँहतोड़ बातें होती थीं, लेकिन जब डांस की बात आई, तब दोस्ती प्यार में बदल गई। उन्होंने 11 मार्च 1987 को गुपचुप शादी की, ताकि स्टार की छवि ना बिगड़े।
फिर आया परिवार-संकट का दौर। उन्हें एक बेटी खोने का दर्द झेलना पड़ा, लेकिन सुनीता हर मोड़ पर साथ खड़ी रहीं। काल्पनिक जूनून में अफवाहें उठीं — नीलम कोठारी और रानी मुखर्जी का नाम जोड़ा गया गोविंदा से। सुनीता ने धमकी दी, बाद में दोनों ने समझौता किया।
2012 में उन्होंने 25वीं सालगिरह के अवसर पर फिर से शादी की — इस बार पूरे रीति-रिवाज़ों के साथ, लंदन में। उन्होंने साबित कर दिया कि प्यार सिर्फ शुरुआत नहीं, साथ निभाने का नाम है।
लेकिन नवंबर 2025 में एक नया मोड़ आया। गोविंदा को 11 नवंबर की रात घर में बेहोशी के बाद CritiCare Asia Multispeciality Hospital, जुहू, मुंबई में भर्ती कराया गया। उनकी करीबी दोस्त कानूनी सलाहकार Lalit Bindal ने बताया कि उन्होंने रात लगभग 12 बजे डिसऑरियंटेशन अनुभव किया। उन्हें इमरजेंसी वार्ड से सुलभ कमरे में स्थानांतरित किया गया है और हालत स्थिर बताई गई है। सुनीता उस समय किसी शादी के कार्यक्रम में थीं और बेटी अंदर काम से बाहर थीं — इसलिए परिवार तुरंत साथ नहीं हो पाया।
इस कहानी में दर्द, विवाद, प्यार और प्रतिज्ञा सब कुछ है। गोविंदा-सुनीता का रिश्ता बताता है कि अक्सर पर्दे के पीछे के सच उतने ही रंगीन होते हैं जितनी हवा है सितारों में।







