Adulterated Milk : दूध हर भारतीय रसोई का अभिन्न हिस्सा है, लेकिन आजकल बाजार में मिलने वाला दूध कितना शुद्ध है, इसका अंदाजा लगाना मुश्किल हो गया है। बढ़ती मांग और कमाई की लालच में कई विक्रेता दूध में पानी, यूरिया, वनस्पति, डिटर्जेंट, स्टार्च और यहां तक कि फॉर्मेलिन जैसी हानिकारक चीजें भी मिला देते हैं।
ऐसे में जरूरी है कि आप खुद यह जांच सकें कि आपके घर आने वाला दूध कितना शुद्ध है। आइए जानते हैं कुछ आसान घरेलू तरीकों से कैसे करें मिलावटी दूध की पहचान:
1. पानी की मिलावट कैसे पहचानें?
- एक चिकनी सतह (जैसे स्टील प्लेट या कांच) पर दूध की एक बूंद डालें।
- शुद्ध दूध धीरे-धीरे बहेगा और सफेद लकीर छोड़ेगा।
- मिलावटी दूध तेज़ी से बहेगा और कोई लकीर नहीं छोड़ेगा।
2. स्टार्च की मिलावट जांचें (आयोडीन टेस्ट)
- दूध को उबाल कर ठंडा करें और 2-3 ml निकालें।
- उसमें 2-3 बूंद आयोडीन सॉल्यूशन मिलाएं।
- अगर दूध नीला हो जाए तो उसमें स्टार्च मिलाया गया है।
3. डिटर्जेंट की जांच कैसे करें?
- 5 ml दूध में उतना ही पानी मिलाएं और जोर से हिलाएं।
- अगर अधिक झाग बनता है और देर तक रहता है, तो इसमें डिटर्जेंट मिलाया गया है।
- शुद्ध दूध में हल्का झाग बनेगा जो जल्दी खत्म हो जाएगा।
4. यूरिया की पहचान (लिटमस टेस्ट)
- टेस्ट ट्यूब में दूध और सोयाबीन या अरहर पाउडर मिलाएं।
- 5 मिनट बाद लाल लिटमस पेपर डुबोएं।
- अगर लिटमस पेपर नीला हो जाए, तो दूध में यूरिया मिलाया गया है।
5. वनस्पति की मिलावट कैसे पकड़ें?
- 3 मिलीलीटर दूध में हाइड्रोक्लोरिक एसिड की लगभग 10 बूंदें मिलाएं।
- फिर 1 चम्मच चीनी मिलाएं और 5 मिनट बाद देखें।
- अगर लाल रंग दिखे, तो वनस्पति मिलावट की पुष्टि होती है।
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6. सिंथेटिक दूध की पहचान ऐसे करें
- स्वाद में कड़वा और उंगलियों पर साबुन जैसा महसूस हो।
- गर्म करने पर पीला हो जाए तो यह सिंथेटिक हो सकता है।
- बोतल में डालकर हिलाएं, अगर बहुत ज्यादा झाग निकले तो यह भी एक संकेत है।
7. फॉर्मेलिन मिलावट की जांच
- 10 ml दूध में 5 ml सल्फ्यूरिक एसिड मिलाएं।
- अगर बैंगनी रंग की रिंग बने, तो दूध में फॉर्मेलिन हो सकता है।
8. खोया टेस्ट भी आज़माएं
- दूध को धीमी आंच पर 2-3 घंटे तक उबालें।
- शुद्ध दूध से बना खोया नरम होगा, जबकि मिलावटी दूध से बना खोया सख्त और रूखा होगा।
सलाह:
इन परीक्षणों को करते समय साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें और प्रयोग की जाने वाली सामग्री मेडिकल स्टोर से लें। यदि शंका बनी रहे तो किसी प्रमाणित फूड टेस्टिंग लैब में दूध का सैंपल जरूर दें।