पीयूष गोयल के बयान के बाद भारतीय स्टार्टअप्स को लेकर छिड़ी बहस, क्या है पूरा मामला?

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Piyush Goyal

Piyush Goyal’s statement : दिल्ली में आयोजित ‘स्टार्टअप महाकुंभ 2025’ के दौरान केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के एक बयान ने भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम में बहस छेड़ दी है।

उन्होंने कहा कि भारत के स्टार्टअप्स का ध्यान अधिकतर फूड डिलीवरी एप्स पर है, जबकि चीन के स्टार्टअप सेमीकंडक्टर, इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और एआई जैसी गहरी तकनीकों पर काम कर रहे हैं।

गोयल ने कहा, “क्या हम आइसक्रीम (डिलीवरी एप) बनाना चाहते हैं या चिप्स (सेमीकंडक्टर)?” उन्होंने यह भी जोड़ा कि भारत को सिर्फ उपभोक्ता एप्स तक सीमित नहीं रहना चाहिए बल्कि भविष्य की टेक्नोलॉजी पर निवेश करना चाहिए।

आलोचना और समर्थन दोनों मिले

स्टार्टअप संस्थापकों की प्रतिक्रियाएं

भारत पे के पूर्व एमडी अशनीर ग्रोवर ने कहा, “अगर किसी को रियलिटी चेक की ज़रूरत है तो वह हमारे राजनेता हैं। चीन ने भी फूड डिलीवरी से शुरू किया और फिर डीप टेक की ओर बढ़ा।”

ज़ेप्टो के सीईओ आदित पालिचा ने भी प्रतिक्रिया दी कि “हमारी कंपनी से 1.5 लाख लोगों को रोज़गार मिला है और सरकार को हजार करोड़ रुपये का टैक्स भी मिला है।”

शादी डॉट कॉम के अनुपम मित्तल ने कहा, “भारत में एआई, स्पेसटेक और मटीरियल साइंस पर काम हो रहा है लेकिन पूंजी और सपोर्ट की भारी कमी है।”

इंफोसिस के पूर्व सीएफओ मोहनदास पई ने सरकार से सवाल पूछा कि उसने अब तक स्टार्टअप्स की कितनी मदद की है। उन्होंने एंजल टैक्स और अन्य बाधाओं का ज़िक्र किया।

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अमन गुप्ता ने किया गोयल का समर्थन

बोट के सह-संस्थापक अमन गुप्ता ने पीयूष गोयल का समर्थन करते हुए कहा, “सरकार जब बड़े सपने देखने को कहे, तो उसे प्रेरणा की तरह लेना चाहिए। गोयल जी स्टार्टअप्स के खिलाफ नहीं हैं, वो हमें और ऊंचा उड़ने के लिए कह रहे हैं।”

उन्होंने शार्क टैंक इंडिया का उदाहरण देते हुए कहा कि प्रतिस्पर्धा को समझे बिना हम ग्लोबल लीडर नहीं बन सकते।

भाविश अग्रवाल भी समर्थन में

ओला के सीईओ भाविश अग्रवाल ने भी Piyush Goyal का समर्थन करते हुए कहा कि स्टार्टअप्स को सिर्फ उपभोक्ता एप नहीं, बल्कि रॉकेट्स, एआई ड्रग्स और चिप्स जैसी तकनीकों पर काम करना चाहिए।

कांग्रेस ने उठाए सवाल

कांग्रेस पार्टी ने इस बयान को लेकर प्रधानमंत्री मोदी को घेरा। पार्टी ने सोशल मीडिया पर आरोप लगाया कि पीयूष गोयल खुद मोदी सरकार की स्टार्टअप नीति की पोल खोल रहे हैं।

कांग्रेस का कहना है कि “मोदी सरकार स्टार्टअप इकोसिस्टम को बढ़ावा देने का दावा करती है, जबकि उनके मंत्री खुद मान रहे हैं कि देश सिर्फ डिलीवरी ऐप्स बना रहा है।”

गोयल की सफाई

विवाद बढ़ने के बाद Piyush Goyal ने सफाई देते हुए कहा, “मेरे बयान को कांग्रेस ने गलत तरीके से पेश किया है। मेरा मकसद युवाओं को प्रेरित करना था, न कि आलोचना करना।”

उन्होंने कहा कि स्टार्टअप्स देश का भविष्य हैं और अब हमें वैश्विक नेतृत्व की ओर बढ़ना है।

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Priya Parmar

प्रिया परमार, WordWala.com की लेखिका, तीन साल के अनुभव के साथ टेक, हेल्थ, स्पोर्ट्स, सरकारी योजनाएं, करियर और ब्रेकिंग न्यूज़ की जानकारी देती हैं। प्रिया की कोशिश रहती है कि पाठकों को हर खबर सटीक और आसान भाषा में मिले, ताकि वे हर अपडेट से जुड़े रहें।

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