Arvind Singh Mewar : उदयपुर के पूर्व राजपरिवार के वरिष्ठ सदस्य अरविंद सिंह मेवाड़ का 80 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे और सिटी पैलेस स्थित शंभू निवास में उनका इलाज चल रहा था। उनके निधन से पूरे मेवाड़ क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है।
मेवाड़ की समृद्ध विरासत और संपत्ति विवाद
अरविंद सिंह मेवाड़ (Arvind Singh Mewar) अपने पीछे करीब 50,000 करोड़ रुपये की संपत्ति छोड़ गए हैं, जिस पर लंबे समय से विवाद चल रहा है। उनकी विरासत का भविष्य अब अनिश्चित नजर आ रहा है। उनका अंतिम संस्कार राजसी परंपराओं के साथ किया जाएगा।
अंतिम दर्शन के लिए उनका पार्थिव शरीर 17 मार्च की सुबह 7 बजे रखा जाएगा, जिसके बाद अंतिम यात्रा महासतिया के लिए प्रस्थान करेगी।
उदयपुर के पर्यटन को नई पहचान दिलाने में अहम भूमिका
अरविंद सिंह मेवाड़ को उदयपुर के पर्यटन विकास में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए याद किया जाएगा। उन्होंने उदयपुर में डेस्टिनेशन वेडिंग की शुरुआत करवाई और शहर को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके प्रयासों के कारण उदयपुर दुनियाभर के पर्यटकों के लिए एक पसंदीदा स्थल बन गया।
उन्होंने एकलिंगजी मंदिर के जीर्णोद्धार और उदयपुर के कई ऐतिहासिक स्थलों को संजोने का कार्य किया। इसके अलावा, उन्होंने कुंभलगढ़ में भी पर्यटन को बढ़ावा दिया और 1988 में वहां पहले होटल की स्थापना की।
उन्होंने विदेशी पर्यटकों के लिए हेलीकॉप्टर सेवा की भी शुरुआत की, जिससे कुंभलगढ़ किला और अन्य पर्यटन स्थलों तक पहुंचना आसान हुआ।
एचआरएच ग्रुप ऑफ होटल्स और सामाजिक योगदान
अरविंद सिंह मेवाड़ एचआरएच ग्रुप ऑफ होटल्स के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक थे। इसके अलावा, वे महाराणा मेवाड़ फाउंडेशन ट्रस्ट, महाराणा मेवाड़ ऐतिहासिक प्रकाश ट्रस्ट और राजमाता गुलाब कुंवर चेरिटेबल ट्रस्ट के भी अध्यक्ष थे। उन्होंने अपने परिवार की समृद्ध विरासत को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई।
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संपत्ति विवाद का भविष्य अनिश्चित
उनके निधन के बाद अब यह सवाल उठने लगा है कि 50,000 करोड़ की संपत्ति का क्या होगा। वर्षों से इस संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा है, और अब उनके उत्तराधिकारी इस मामले को किस दिशा में ले जाएंगे, इस पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं।
Arvind Singh Mewar की श्रद्धांजलि और अंतिम यात्रा
उनके निधन पर पूर्व राजघरानों के सदस्यों, दिग्गज राजनीतिज्ञों और सामाजिक हस्तियों ने शोक व्यक्त किया है। कुंभलगढ़ होटल एसोसिएशन और हेरिटेज सोसायटी ने भी उनकी मृत्यु पर दुख जताया है। उनकी अंतिम यात्रा 18 मार्च को सुबह 11 बजे निकाली जाएगी, जो सिटी पैलेस से महासतियां तक जाएगी।