Pakistan के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) द्वारा अपहृत की गई जाफर एक्सप्रेस ट्रेन से 155 यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने “पूर्ण पैमाने पर” सैन्य अभियान चलाकर इस बचाव कार्य को अंजाम दिया। अब तक इस मुठभेड़ में 27 आतंकियों को मार गिराया गया है, लेकिन अभी भी कई यात्रियों के बंधक होने की आशंका है।
कैसे हुआ ट्रेन का अपहरण?
बलूच लिबरेशन आर्मी के विद्रोहियों ने क्वेटा से पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस को उस समय हाईजैक कर लिया जब ट्रेन एक सुरंग से गुजर रही थी। आतंकियों ने पहले रेलवे ट्रैक को विस्फोटक से उड़ा दिया, जिससे ट्रेन रुक गई। इसके बाद हमलावरों ने ट्रेन पर गोलियां बरसाईं और उसमें सवार यात्रियों को बंधक बना लिया।
इस ट्रेन में कुल 425 यात्री सवार थे, जिनमें से 80 सैन्यकर्मी भी शामिल थे।
पाक सेना का जवाबी हमला
पाकिस्तानी सेना ने पूरे इलाके को घेरकर जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी। अब तक की रिपोर्ट के अनुसार:
- 155 बंधकों को छुड़ाया गया है।
- 27 आतंकवादी मारे गए हैं।
- कई आतंकियों ने यात्रियों को लेकर पहाड़ों की ओर भागने की कोशिश की।
- सेना ने सुरंग को चारों ओर से घेर लिया है और अभियान जारी है।
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आतंकियों की मांगें
बलूच अलगाववादी समूह BLA ने दावा किया है कि उसके पास 214 लोग अभी भी बंधक हैं। उन्होंने मांग रखी है कि पाकिस्तान (Pakistan) सरकार 48 घंटे के भीतर बलूच राजनीतिक कैदियों और लापता कार्यकर्ताओं को रिहा करे।
BLA ने यह भी धमकी दी है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं, तो वे बंधकों को मार डालेंगे और ट्रेन को पूरी तरह नष्ट कर देंगे।
प्रधानमंत्री ने की निंदा
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा कि सरकार आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई जारी रखेगी और देश से इस खतरे को पूरी तरह खत्म किया जाएगा। उन्होंने सेना के अभियान की सराहना की और इसे देश की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण बताया।
बलूचिस्तान में बढ़ रहा आतंक
बलूचिस्तान में पिछले कुछ महीनों में आतंकवादी गतिविधियों में तेजी आई है। नवंबर 2024 में क्वेटा रेलवे स्टेशन पर हुए आत्मघाती विस्फोट में 26 लोग मारे गए थे और 62 घायल हुए थे।
अब यह देखना होगा कि पाकिस्तानी सेना इस मौजूदा संकट से कैसे निपटती है और क्या सरकार आतंकियों की मांगें मानने के लिए तैयार होगी।