US Election 2024 : दुनिया के सबसे ताक़तवर मुल्क अमेरिका के राष्ट्रपति के चुनाव (US Election 2024)कल से शुरु होंगे लगभग 244 मिलियन लगभग 24 करोड़ मतदाता अपने नए राष्ट्रपति को चुनने के लिए वोट डालेंगे इस बार मुक़ाबला डेमोक्रेटिक प्रत्याशी और उप राष्ट्रपति कमला हैरिस और रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार पूर्व राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के बीच है
कमला हैरिस ने उप राष्ट्रपति के लिए मिनेसोटा के गवर्नर टीम बॉल्स को मैदान में उतारा है तो वहीं डॉनल्ड ट्रम्प के साथ उप राष्ट्रपति पद के लिए जेडी वेंस उतरे हैं
कल से होगा मतदान शुरु, 24 करोड़ मतदाता (US Election 2024 )
कल यानी कि पाँच नवंबर से अमेरिका के 24 करोड़ से ज़्यादा मतदाता राष्ट्रपति पद के लिए चुनावों में अपना वोट डालेंगे, वोटिंग की प्रक्रिया लगभग 20 दिनों तक चलेगी फिर 25 नवंबर को 17 राज्यों के डाक के ज़रिए मत पत्र स्वीकार करने का आख़िरी दिन निश्चित किया गया है तो वहीं 17 दिसंबर को इलेक्टर्स मिलेंगे ताकि राष्ट्रपति उपराष्ट्रपति का चयन कर सकें
इसके बाद 25 दिसंबर तक इलेक्टोरल वोट्स को सिनेट के अध्यक्ष जो कि वर्तमान में उपराष्ट्रपति कमला हैरिस हैं और आर्किविस्ट को प्राप्त हो जाना चाहिए 6 जनवरी 2025 को उपराष्ट्रपति कांग्रेस के संयुक्त सत्र में इलेक्टोरल कॉलेज वोटों की गिनती की अध्यक्षता करते हैं और परिणामों की घोषणा करते हैं
आखिर रिजल्ट में इतने दिन क्यों (US Election 2024)
(US Election 2024 ) अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव यूँ तो पाँच नवंबर से शुरू हो रहे हैं और वोटों की गिनती भी उसी दिन से शुरू हो जाएगी लेकिन अंतिम नतीजे आने में कई दिन लग सकते हैं US वोटर्स को फ़ाइनल रिज़ल्ट तब तक नहीं चल पाएगा जब तक कि उप राष्ट्रपति और डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस या रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनल्ड ट्रंप ज़्यादातर राज्यों ख़ासकर तथाकथित स्विंग स्टेट में महत्वपूर्ण जीत हासिल नहीं कर पाते
अगर जीत में कोई बड़ा अंतर नहीं होता है तो दोबारा से रिकाउंटिगं के बाद विवादित रिजल्टस को सुलझाने में भी कई दिन या हफ़्ते भी लग सकते हैं बड़ी बात यह कि पिछली बार डोनॉल्ड ट्रंप जो बाइडेन से हार गए थे उसके बाद पूरे देश में कोहराम मचा था और ट्रंप ने आज तक अपनी हार स्वीकार नहीं किया है
रिजल्ट के बाद ट्रंप समर्थकों ने कैपिटल हिल जैसी बड़ी घटना को अंजाम दिया तो इसी वजह से पूरे देश को और मीडिया को यह लग रहा है कि अगर ट्रम्प चुनाव हारते हैं तो फिर से देश में अराजकता का माहौल पैदा हो सकता है
किसी भी परिस्थिती के लिए वकीलों की फौज तैयार
वहीं दोनों उम्मीदवारों की तरफ़ से वकीलों की पूरी फ़ौज तैयार है जो कि किसी भी स्थिति में अपने उम्मीदवार के पक्ष में क़ानूनी लड़ाई लड़ने तैयार खड़ी है
कैसे डाले जाते हैं वोट (US Election 2024 )
जैसे भारत में प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के लिए सीधे वोट नहीं दिए जाते हैं ठीक उसी तरीक़े से अमेरिका में भी मतदाता सीधे तौर पर राष्ट्रपति का चुनाव नहीं करते राष्ट्रपति का चुनाव देश के 538 इलेक्टोरल कॉलेज के द्वारा होता है जीत के लिए उम्मीदवार के पास बहुमत का आंकड़ा होना चाहिए जो कि 270 निश्चित है
उससे ज़्यादा इलेक्टोरल कॉलेज हासिल करने होते हैं एक प्रत्याशी को लोकप्रिय वोटों का अगर बहुमत मिल जाता है लेकिन फिर भी वह हार सकता है अगर वह इलेक्टोरल कॉलेज का बहुमत ना कर पाए तो इतिहास के पन्ने को उठा कर देखें तो आपको साल 2016 में डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रत्याशी हिलरी क्लिंटन के साथ ठीक यही हुआ था
जब ट्रंप की जीत हुई थी हिलरी क्लिंटन ने ट्रंप की तुलना में लगभग 3 मिलियन अधिक वोट जीते थे लेकिन वह चुनाव हार गईं क्योंकि ट्रंप ने 306 इलेक्टोरल कॉलेज जीतकर बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया था
अंतिम फ़ैसला उन सात राज्यों से आएगा जहाँ किसी भी पार्टी के पास निश्चित बहुमत नहीं है मतलब कि इन राज्यों में न तो डेमोक्रेटिक न रिपब्लिक किसी के पास निश्चित बहुमत नहीं है और वहाँ चुनाव किसी भी तरफ़ जा सकता है
इन राज्यों के पास कुल मिलाकर 93 निर्वाचक मंडल वोट है और नतीजों के बाद जो भी राष्ट्रपति बनेगा वह पद की शपथ 20 जनवरी 2025 होगी ठीक उसी दिन राष्ट्रपति के साथ उपराष्ट्रपति का भी शपथ ग्रहण समारोह आयोजित होगा